आर्थिक आत्मनिर्भरता की ओर कुपवी विकासखंड की महिलाएं
ब्यूरों न्यूज़ लाइव7 कुपवी : महिलाएं जब आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर होती हैं तो उनमें अधिक आत्मविश्वास होता है। यह आत्मविश्वास ही उन्हें जीवन में आगे बढ़ने के लिए हर क्षेत्र में प्रोत्साहित करता है। यही नहीं वे अपने परिवार और बच्चे के भविष्य के लिए बेहतर विकल्प ढूंढने और निर्णय लेने में सक्षम होती है। महिलाओं के लिए आर्थिक आत्मनिर्भरता बेहद जरूरी है। आर्थिक निर्भरता की शानदार मिसाल पेश की है जिला शिमला के दुर्गम और पिछड़े उपमंडल कुपवी की ग्राम पंचायत बांदल कफलाह व मंझोली की महिलाओं द्वारा बुरांस से तैयार विभिन्न उत्पादों जैसे जूस, जैम तथा स्क्वैश आदि से इस वर्ष अभी तक 1 लाख 26 हजार की आमदनी की जा चुकी है। बता दें कि विकासखंड चौपाल व विकासखंड कुपवी की सैंकड़ों महिलाओं के द्वारा आर्थिक निर्भरता की ओर तेजी से कदम बढ़ाए जा रहे है। 21वीं सदी के भारत में महिलाओं की दशा में भी सुधार आ रहा है। समय के साथ साथ नारी शक्ति और सशक्त होती जा रही है। परिवर्तन प्रकृति का नियम है ये बात तो सत्य है, किन्तु परिवर्तन का क्या परिणाम हुआ है और क्या होगा और उस परिवर्तन को आने वाली पीढ़ी को किस प्रकार स्वीकार करती है और इससे क्या सीख लेती है ये बात अधिक महत्त्व रखती है। यूं तो देखा जाए हर युग में प्रतिभाशाली महिलाएं रही हैं और हर युग में उन्होंने अपनी प्रतिभा से समाज में उदाहरण प्रस्तुत भी किए है।