सरकार ने पंचायतों में विकास जानकारी के लिए करोड़ो खर्च कर लगाए सूचना पट्ट,नही हो रहा सही यूजH
व्यूरो न्यूज लाइव 7 : राज्य सरकार ने ग्राम पंचायत के अधीन होने वाले विकास कार्य की जानकारी को आम जनमानस तक पहुंचाने के लिए पंचायतो मे करोड़ो रुपए खर्च करके सूचना पट्ट लगाने की पहल शुरू की,लेकिन अभी तक इन सूचना पट्ट मे कोई जानकारी साझा नहीं की । उन्होंने कहा कि जब पंचायत विकास कार्यों की जानकारी सुचना पट्ट मे साझा नहीं करनी थी तो पंचायती राज विभाग ने करोड़ों रुपए खर्च क्यों किए । यह कहना है युवा समाजिक कार्यकर्ता विशाल चौहान का। विशाल चौहान ने सरकार को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि यदि इन बोर्डो,, सूचना पट्टो मे सूचनाएं नहीं लगानी थी तो किसको लाभ पहुंचाने के लिए पंचायती राज विभाग ने करोड़ों की राशि खर्च कर प्रदेश का करोड़ों रुपए बरबाद क्यों किया। इस लापरवाहीं के लिए सीधे तौर पर पंचायती राज विभाग जिमेदार है। और पंचायती राज विभाग के प्रदेश सचिवालय मे बैठे उच्च अधिकारी जिमेदार है,जिनकी या तो अपने विभाग मे ही पकड़ नहीं या फिर वो काम नहीं करना चाहते। उन्होंने कहा कि प्रदेश का करोड़ों रुपए सूचना पट्टो मे बरबाद किया गया। करोड़ो रुपए की धनराशि खर्च करने के बावजूद भी इन बोर्डों में सूचनाएं अंकित नही की गई है। जिसके लिए पंचायती राज विभाग को इसमें संज्ञान लेना चाहिए। उन्होने पंचायती राजमंत्री व हिमाचल प्रदेश सरकार के मुख्य सचिव सहित पंचायती राज सचिव से मांग की है कि पंचायत मे हर कार्य के आय व्यय की सभी योजनाओं की जानकारी सूचना पट्ट मे मासिक रूप में दर्शानी अनिवार्य होनी चाहिए। और यदि सूचनाएं साझा नहीं होती तो इसके लिए पंचायत सचिव सहित उच्च अधिकारियों से जवाब तलब किया जाना चाहिए। और समय समय पर उच्च अधिकारियों द्वारा निरीक्षण भी होना चाहिए। विशाल चौहान का कहना है कि पंचायतों मे ऐसी धांधलियां होती है जिसकी जानकारी आम लोगो को नहीं मिल पाती। इसलिए हर कार्य की जानकारी सूचना पट्ट मे प्रदर्शित होनी चाहिए इसके साथ-साथ हर पंचायत का एक फ़ेसबुक पेज होना चाहिए उस पर भी सूचनाएं साझा करना अनिवार्य हो। यहां तक की खर्च हुईं धनराशि का बोचर जिस व्यक्ति के नाम कटता है। उसकी जानकारी भी सार्वजनिक सूचना पट्ट व फेसबुक पेज पर होनी आवश्यक की जानी चाहिए। ऐसा न करने पर दोषी कर्मचारी के विरुद्ध कार्रवाई अम्ल में लाई जाए।